पंचांग के अनुसार इस बार नवरात्रि का पर्व सात अक्टूबर को कलश स्थापना के साथ होगा और 15 अक्टूबर को विजयादशमी मनाई जाएगी। कहते है इस समय दुर्गा माँ कैलाश से अपने मायके आती है।
जैसा की मैंने पिछले साल भी लिखा था, पता नहीं ये सब कितना सच है पर देवीभागवत पुराण के अनुसार नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा का आगमन भविष्य में होने वाली घटनाओं के संकेत के रूप में भी देखा जाता है। कुछ बातों का कोई प्रमाण नहीं होता, बस एक विश्वास होता है जो अक्सर कुछ बातें आँखें मूँद के मान लेने पर विवश करता है।
डोली पर आएंगी मां दुर्गा
माँ पिछले साल घोड़े की सवारी करते हुए पृथ्वी पर आयी थी। इस बार माता का आगमन डोली (पालकी) पर हो रहा है और विदा हाथी पर लेगी।
शास्त्रों में ऐसा वर्णन है कि जब मां दुर्गा डोली पर सवार होकर आती हैं तब राजनैतिक उथल-पुथल की स्थिति बनती है. माँ का पालकी में आना प्राकृतिक आपदाएं आने का भी संकेत होता है. मान्यता है कि डोली पर आने से देश में रोग व व्याधि का खतरा बढ़ सकता है।
वैसे माता का डोली पर आना बहुत ज्यादा शुभ संकेत तो नहीं है, लेकिन मेरा मानना है अगर हम माँ दुर्गा की आराधना करते हुए अच्छे काम करते रहे तो सब शुभ होगा।
हाथी पर जाएंगी
हाथी पर विदा होने से अधिक बारिश होने की संभावना है। इससे किसानों में खुशहाली आएगी या फिर इसमें बाढ़ भी आने की संभावना है।
वैसे ये सब सिर्फ संकेत है। कहते है संकल्प से सृष्टि बनती है, अच्छा सोचो अच्छा ही होगा और अगर कुछ बुरा होता है तब भी ईश्वर को धन्यवाद् दे। सोचके देखिये हमारे साथ जो भी अच्छा बुरा होता है, क्या ये सब हमारे कर्मों का फल नहीं हैं?
ॐ शांति!
-K Himaanshu Shuklaa..
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