Happy Birthday Ram ❤️ |
हर्षित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी ।।
लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा निज आयुध भुज चारी ,
भूषन वनमाला नयन विशाला सोभा सिंधु खरारी ।।
कह दुई कर जोरी अस्तुति तोरी केहि विधि करौं अनंता ,
माया गुन ग्यानातीत अमाना वेद पुरान भनन्ता ।।
करूना सुखसागर सब गुन आगर जेहि गावहिं श्रुतिसंता ,
सो मम हित लागी जन अनुरागी भयउ प्रगट श्री कंता ।
ब्रह्माण्ड निकाया निर्मित माया रोम रोम प्रति वेद कहैं ,
मम उर सो बासी यह उपहासी सुनत धीर मति थिर न रहैं
उपजा जबग्याना प्रभुमुस्काना चरित बहुत विधि कीन चहैं
कहिं कथा सुनाई मातु बुझाई जेहि प्रकार सुत प्रेम लहैं ।।
माता पुनि बोली सो मति डोली तजहु तात यह रूपा ,
कीजैं शिशुलीला अति प्रियशीला यह सुख परम अनूपा ।।
सुनि वचन सुजाना रोदन ठाना होय बालक सुर भूपा ,
यह चरित्र जे गावहिं हरिपद पावहिं ते न परहिं भवकूपा ।।
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