प्रभु रथ रोको..क्या प्रलय की तैयारी है?
बिना शस्त्र का युद्ध है जो, महाभारत से भी भारी है।
कितने परिचित, कितने अपने,
आखिर यूँ चले गए?
जिन हाथों में धन-संबल,
सब काल से छले गए..
हे राघव-माधव-मृत्युंजय,
पिघलो, ये विनती हमारी है..
ये बिना शस्त्र का युद्ध है जो, महाभारत से भी भारी है। 😞
-रामधारी सिंह दिनकर
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