रसे रूपे च गन्धे च शब्दे स्पर्शे च योगिनी
April 13, 2021
April 10, 2021
#ShortStory: बाळ मला जाऊ द्या (Let me go my child)
चेयर पे बैठा प्रतिबोध पथराई आखों से एकटक सामने दीवार पर टंगी एकवीरा आई की तस्वीर को देख रहा था। उसने दीवार पर अपना सर टिकाया और आखें मूँद ली। वो चाहता था ये सब एक बुरे सपने की तरह खत्म हो जाए, वो भागना चाहता था सच से बहुत दूर और छुप जाना चाहता था अपनी आई के आँचल में।
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