नवधा भक्ति क्या है?
‘नवधा’ का अर्थ है नौ प्रकार से या नौ भेद। अतः ‘नवधा भक्ति’ यानी ‘नौ प्रकार से भक्ति’। कहते है इस भक्ति का विधिवत पालन करने से भक्त भगवान को प्राप्त कर सकता है।
नवधा भक्ति दो युगों में दो लोगों द्वारा कही गई है। सतयुग में, प्रह्लाद ने पिता हिरण्यकशिपु से कहा था। फिर त्रेतायुग में, श्री राम ने माँ शबरी से कहा था।
रामचरितमानस के अरण्यकाण्ड में, श्री राम ने माँ शबरी को नवधा भक्ति समझाते है। आइये जानिए नवधा भक्ति की चौपाई एवं उनके अर्थ
श्रीरामचरितमानस से अवधी भाषा में नवधा भक्ति..
Lord Ram explained, the nine types of devotion/ penance in form of Navdha Bhakti to Param Tapasvini Shabri.
नवधा भगति कहउं तोहि पाहीं। सावधान सुनु धरु मन माहीं॥